अर्थ- हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए। प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव…॥ भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम https://shivchalisas.com