The devoted commemorate the night by chanting mantras, going to temples, and performing rituals known as pujas. साँप और मोतियों की माला, गरिष्ठ रत्न और मिट्टी, मित्र और शत्रु, तृण के समान और कमल के समान नेत्र, तथा प्रजा और राजा की ओर समदृष्टि से मैं कब सदाशिव की पूजा https://vashikaran95050.bloginder.com/29803872/the-smart-trick-of-shiv-that-no-one-is-discussing